यूपी/वृंदावन। 15 अल्टुबर 2025 मंगलवार इतिहास में दर्ज हो गया।जब पूज्य राजेंद्र दास जी महाराज पूज्य प्रेमानंद जी महाराज से मिलने केलिकुंज पहुंचे। दो महान संतों का यह मिलन सिर्फ एक साधारण भेंट नहीं, बल्कि प्रेम, भक्ति और और दो सहचरियो के लम्बे इंतजार के बाद का यह मिलन भक्तों को भावुक कर गया,एक तरफ दोनों संत भाव विभोर प्रेमाश्रु के सिंधु में डूबते उभरते नजर आए वही इन क्षणों के सिर्फ साक्षी बनने वही ही नहीं जिन्होंने वीडियो में भी इन पलो को देखा वह भी प्रेमाश्रु के साथ आनंद विभोर हो गए।

जहां एक ओर श्रीप्रेमानंद जी महाराज अपनी निर्मल भक्ति और प्रेममयी वाणी से लाखों हृदयों में भगवान राधाकृष्ण का प्रेम जगाते हैं, वहीं दूसरी ओर श्रीराजेंद्र दास जी महाराज अपने गूढ़ ज्ञान और सरलता से लोगों को भक्ति का मार्ग दिखाते हैं।

दोनों संतों के बीच हुई यह भेंट न केवल भक्तों के लिए आनंद का विषय रही, बल्कि यह संकेत भी देती है कि जब संत मिलते हैं, तो आकाश तक भक्ति की तरंगें फैल जाती हैं।
वृंदावन में यह अद्भुत दृश्य देखने वाले हर व्यक्ति के लिए यह एक अलौकिक अनुभव बन गया।

इस अवसर पर केलिकुंज में राधा नाम संकीर्तन भी हुआ और पूज्य प्रेमानंद जी महाराज ने श्री राजेंद्रदास जी महाराज से विनय पत्रिका में वर्णित नाम महिमा का बखान करने अनुरोध किया और राजेंद्र दास जी महाराज ने भक्तिमय भाव से नाम महिमा का वर्णन करते हुए कहा को नाम डोर हे और भगवान पतंग हे नाम जप से भगवान खींचे चले आते हे।
