सागर। प्रदेश के सातवें टाइगर रिजर्व रानी दुर्गावती टायगर रिजर्व का पहला स्थापना दिवस आज टाइगर रिजर्व क्षेत्र में मनाया गया,जिसमे स्कूल के बच्चो द्वारा वन्य प्राणी सुरक्षा को लेकर कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए।विदित हो की विगत वर्ष प्रदेश सरकार द्वारा आज ही के दिन तीन जिलों की सीमा से जुड़े नोरादेही अभ्यारण को प्रदेश का सातवां टाइगर रिजर्व घोषित किया था।
आज पहले स्थापना दिवस पर टाइगर रिजर्व के अधिकारियों द्वारा वन्य प्राणी सुरक्षा की थीम पर रिजर्व क्षेत्र में ही कार्यक्रम आयोजित किए गए जिसमे रहली के प्रतिष्ठा एकेडमी के बच्चो ने भाग लिया है।उल्लेखनीय है कि रानी दुर्गावती टाइगर रिजर्व पूरे प्रदेश में अपनी पहचान बना चुका है।यहां का वातावरण बाघों को इतना पसंद आया की आज 2 बाघों से कुनबा बडकर करीब 20 पर पहुंच गया है। आयोजित कार्यक्रम में प्रतिष्ठा एकेडमी के बच्चो ने जंगल में सैर की और वन्यप्राणी संरक्षण पर रोचक प्रस्तुतियों से कार्यक्रम में चार चांद लगाए।
इसके पूर्व इस इसका नाम नौरादेही अभ्यारन था, लंबे समय से यहाँ बाघ लाने की प्रक्रिया चल रही थी और वर्ष 2018 में यहाँ एन 1,एन 2 नर मादा बाघ बघिन लाये गए थे और देखते ही देखते इनका कुनवा २० की संख्या में पहुंच गया था,जिसमे एक बूढ़े बाघ की मौत हो चुकी, वर्तमान में यहाँ 19 नर मादा बाघ बताए जा रहें है,
टाइगर रिजर्व में इनके अलावा अन्य वन्य प्राणी, विभिन्न प्रकार की दुर्लभ वनस्पति, पक्षी भी मौजूद है जो यहाँ आने वाले पर्यटको को आकर्षित करती है।सर्दियों आने से पूर्व अनेक किस्म के विदेशी पक्षी यहाँ अपना बसेरा करते हैं
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