Mpnews/ सागर जिले की रहली जनपद पंचायत अंतर्गत ग्राम पंचायतों में भ्रष्टाचार होना आम बात हो गई है।अनेक ग्राम पंचायतों की शिकायत आने के बाद भी कोई कार्यवाही नहीं होती,बमुश्किल किसी पंचायत में जांच अधिकारी जाते है तो मामला रफा दफा हो जाता है।विदित हो कि हर जगह जांच में तय अधिकारी ही जाते है जिनके जाते ही यह भी तय हो जाता है कि अब होना कुछ नहीं है।जनपद सीईओ गंभीर मामले में भी कही भी जांच में नहीं जाते,तय शुदा अधिकारी कर्मचारी मनमाना जांच प्रतिवेदन बना देते है और शिकायत कराह कराह कर समाप्त ही हो जाती है।

ऐसा ही एक मामला ग्राम साबल खिरिया का प्रकाश में आया है।यहां पंच एसडीएम तक आवेदन देकर विभिन्न मामलों में हुए लापरवाही और गड़बड़ी की जांच कर कार्यवाही की मांग कर चुके है, एसडीएम ने जांच हेतु सीईओ को पत्र भी लिखे जाने की खबर है पर ऐसे अनेक पत्र जनपद की डस्टबिन की शोभा बढ़ा रहे है।अंततः जब महीने भर तक कोई कार्यवाही नहीं हुई तो पंचो ने मंगलवार को एसडीएम कार्यालय में जनसुनवाई में पुनः आवेदन देकर जांच की मांग की है। पंचों ने आरोप लगाया है कि जनपद सीईओ सिर्फ जांच का आस्वाशन देते है और कार्यवाही ठंडे बस्ते में डाल देते है । पंचो ने आवेदन में लिखित शिकायत में कहा गया है कि पंचो की मासिक बैठक के किये बिना राशि का आहरण किया गया कार्य स्वीकृत किये गए । पंचो की मासिक बैठक की जांच कर, दोषी पाए जाने पर नियमानुसार कानूनी कार्यवाही की जाए। मनरेगा अंतर्गत नियमविरुद्ध तरीके से सरकारी कार्यो के पैसे डलवाये गए। जिसमे एसडीएम द्वारा जांच कमेटी बनाकर जांच के आदेश दिए थे उस पर जांच कमेटी द्वारा कोई प्रतिवेदन नही दिया गया न ही उस विषय पर कोई कार्यवाही हुई। पंचायत में लगे समस्त फर्जी बिल-बाउचर और बिलो की जांच की जाए पंचायत में अधिकांशतः बिल फर्जी तरीके से लगाये गए हैं इन बिन्दुओ पर पंचो ने जांच के लिये जनसुनवाई में आवेदन दिया है ।
