कभी कभी कोई बात इतनी गजब लगती जबकि मन में बस जाती हे,आज ऐसा ही कुछ हुआ, की तीनों बातों के लिए तीनों लोगों को साधुवाद।
सबसे पहले तो भाजपा नेता अभिषेक भार्गव की सागर के मेडिकल कॉलेज की दुर्दशा पर की गई पोस्ट,सराहनीय हे और सिस्टम को सुधारने किसी ना किसी को आवाज तो उठानी पड़ेगी,सबसे अच्छी बात यह लगी कि उन्होंने बेहिचक अपनी बात रखी,ज्यादातर लोग सरकार के खिलाफ नहीं जाते चाहे कितना दर्द सह लेंगे आखिर कब तक,आखिर सिस्टम तो सरकार में बैठे लोग ही सुधरेंगे ना….जब सब चुपचाप सहन कर रहे हे तब एक सच्चे जननायक की तरह गलत को गलत कहना अच्छे सजग नेता की निशानी हे। वही साहू समाज के कार्यक्रम भी भी बड़ी बेबाकी से कहा कि लोग मंदिर बना लेते हे पर साल में कितने दिन जाते है,इस पर विचार कीजिए और बुढ़ापा अच्छा गुजरना हे तो बच्चों को अभी से मंदिर और धर्म से जोड़िए।इसके लिए साधुवाद…

दूसरी बात अब तक देखते आए कि भागवत कथाओं में निकलने वाली शोभायात्रा में भगवान पैदल चल रहे भक्तों के हाथों में और कथा प्रवक्ता रथ पर सवार होकर निकलते थे।आज नगर के वार्ड 03 में यादव परिवार द्वारा आयोजित कथा की शोभायात्रा में पहली बार भगवान रथ पर सवार थे और कथा प्रवक्ता बालशुक आशीर्वाद जी महराज जी पैदल नंगे पांव चल रहे थे। अब लोग ही निर्णय कीजिए कितना धर्ममय कार्य हुआ।इसके लिए कथा व्यास आशीर्वाद महराज जी को भी साधुवाद…….

तीसरी बात साहू समाज के ही कार्यक्रम में देखने मिली कि महिला मंडल ने तय किया कि समाज के हर घर में एक गुल्लक दी जाएगी और जब पूरा परिवार खाना खा चुके तब परिवार के सदस्य पांच दस रुपए गुल्लक में डाले।एक साल बाद सभी गुल्लक के पैसे इकट्ठे कर समाज के गरीब व्यक्ति की मदद की जाएगी। समाज को एकजुट करने और समाज सुधार की दिशा में बेहतर प्रयास।इसके लिए भी महिला मंडल की अध्यक्ष अभिलाषा सुभाष साहू और पूरी मंडली के लिए साधुवाद।

