यूपी/ वृंदावन।मथुरा वृंदावन के प्रसिद्ध संत प्रेमानंद महाराज को आज कौन नहीं जानता, बड़े बड़े सेलिब्रिटी भी उनके दर्शनों की कतार में दिखाई देते है।आज हर कोई वैष्णव हो या अन्य किसी पंथ का संत या भक्त अनुयायि सभी उनसे मिलने बैचेन है।प्रेमानंद महाराज बस नाम ही काफी है।श्री जी कृपा से आज उनके चेहरे का तेज देखते ही बनता है,जिसने देखा वही मंत्रमुग्ध हो जाता है।
प्रेमानंद जी महाराज के आश्रम में न तो कोई दान दक्षिणा ली जाती है और न ही कोई सामग्री,और हजारों लोग दोनों समय मुफ्त में ऐसा भोजन ग्रहण करते है जैसे किसी बड़े शादी व्याह के समारोह में परोसा जाता है। महाराज जी के आश्रम में सिर्फ भक्ति रस ही लुटाया जाता है।यहां महाराज जी के परिकर और शिष्य एक दूसरे का नाम भी नहीं लेते “श्री हरिवंश”कहकर पुकारते है।
यदि आप भी प्रेमानंद जी महाराज के दर्शन की अभिलाषा रखते है या उनसे मिलने चाहते है ,तो अत्यधिक भीड़ जुटने के कारण कुछ नियम बनाए गए है ताकि अनुशासन बना रहे।इन नियमों का पालन कर आप भी आसानी से महाराज जी के दर्शन,एकांत वार्तालाप कर सकते है।
यह है नियम —
*प्रेमानंद जी महाराज के दर्शन करना चाहते हैं, तो रात करीब 2:30 बजे उनके आश्रम वृंदावन के श्री राधाकेली कुंज के पास पहुंचना पड़ेगा। प्रेमानंद महाराज का आश्रम इस्कॉन मंदिर के पास परिक्रमा रोड पर भक्ति वेदनता हॉस्पिटल के ठीक सामने है।
प्रेमानंद महाराज रोजाना अपने आवास से रात 2:30 पर राधाकेली आश्रम तक पैदल ही चलकर आते हैं। हर रोज हजारों की संख्या में श्रद्धालु महाराज उनके दर्शन के लिए आते हैं।
*प्रेमानंद जी महाराज के सिर्फ दर्शन करना चाहते है तो आप वृंदावन में कही भी रुके हो रात 2 बजे भी आसपास ऑटो मिल जाते है। महाराज जी के दर्शनों के लिए उनके निवास से आश्रम तक श्रद्धालुओं की लाइन लग जाती है,आप अपने अनुसार लाइन में खड़े होकर दर्शन कर सकते है। और यदि इस समय नहीं पहुंच पाए तो सुबह 9:30 पर महाराज जी गाड़ी में बैठकर अपने निवास बापिस होते है तो इस समय भी दर्शन मिल जाते है।
*प्रेमानंद महाराज का सत्संग सुनने के साथ ही उनके दर्शन के लिए आपको दो दिन का समय लग जाएगा। आश्रम में हर दिन सुबह 9:30 बजे महाराज के शिष्यों की तरफ से अलग-अलग टोकन प्रदान किए जाते हैं। आप इसी टोकन की मदद से अगले दिन महाराज के दर्शन कर सकते हैं।
*अकेले में महाराज जी से बातचीत के लिए टोकन लेना पड़ेगा। जो आपको अगले दिन सुबह 6:30 बजे आश्रम जाना होगा। इसके बाद आप करीब एक घंटे तक आश्रम में महाराज से बात और सवाल कर सकते हैं। इसके बाद उसी दिन आपको 7:30 बजे का टोकन भी मिल सकता है, जिससे आप महाराज जो को नजदीक से प्रणाम कर सकते है।
- सबसे खास बात प्रेमानंद महाराज से मिलने के लिए आपके पास आधार कार्ड का होना भी अनिवार्य है। बिना आधार के आपको टोकन मिलने में समस्या भी हो सकती है।