यूपी के पीलीभीत जिले में होना थी कथा, एडवांस लेने के बावजूद टेंट लगाने से किया इनकार
मप्र सागर। सागर के एक बड़े टेंट व्यवसायी को उत्तरप्रदेश के पीलीभीत जिले की पुलिस ने गिरफ्तार किया है। व्यवसायी का नाम वीरेंद्र साहू निवासी केशवगंज वार्ड थाना मोतीनगर क्षेत्र है। दैनिक आचरण में प्रकाशित हुई खबर के अनुसार आरोप है कि साहू ने ख्यात कथा वाचक पंडित प्रदीप मिश्रा (कुबेरेश्वरधाम, सीहोर) की यूपी के पीलीभीत में होने वाली सात दिवसीय कथा में टेंट लगाने के नाम पर आयोजक ट्रस्ट से धोखाधड़ी की। शिकायतकर्ता का कहना है कि वीरेंद्र साहू ने हम लोगों ने अलग-अलग किस्तों में 14 लाख रु. लेकर ऐन टाइम पर टेंट लगाने से मना कर दिया। जिसके चलते हमें धार्मिक, मानसिक, आर्थिक और शारीरिक क्षति पहुंची। जानकारी के अनुसार साहू के खिलाफ पीलीभीत पुलिस ने इसी जनवरी की शुरुआत में एफआईआर दर्ज की थी।
पड लाख रूस में टका हुआ था ट्रक खराब होने का बोल टेंट नहीं लगाया टेंट हाउस संचालक साहू के खिलाफ एफआईआर कराने वाले शख्स का नाम नीलेश चतुर्वेदी निवासी थाना सुनगढ़ी जिला पीलीभीत है। उन्होंने बताया कि मैं, ज्वालामुखी ट्रस्ट पीलीभीत का संस्थापक हूं। ट्रस्ट ने नवंबर 2024 में सात दिवसीय अंतरराष्ट्रीय कथावाचक पं. प्रदीप मिश्रा की कथा कराने का निर्णय लिया। इस संबंध में पंडित मिश्रा से सहमति मिलने के बाद उनके द्वारा बताए जाने पर हम लोगों ने सागर के पूनम टेंट एंड डेकोरेटर्स के संचालक वीरेंद्र साह से संपर्क साधा। वीरेंद्र, अक्टूबर 2024 में पीलीभीत आए। उन्होंने 75 लाख रु. का एस्टीमेट दिया। जिसके बाद हम लोगों ने उन्हें पहले 10 लाख रु. और कुछ दिन बाद उनके टेंट हाउस
के एकाउंट में 4 लाख रु. और दिए। इधर जैसे ही आयोजन की पूर्व तैयारियों का समय पीक पर आया तो वीरेंद्र साहू हम लोगों को ट्रक से टेंट सामग्री से लदे हुए ट्रक के वीडियो फोटो वगैरह भेजता रहा। इसके बाद उसने अचानक कहा कि ट्रक का एक्सीडेंट हो गया है। आप फलां टेंट व्यवसायी से डोम-पंडाल आदि लगवा लो।
कॉल रिसीव करना बंद किए, टेंट हाउस का पता गलत दिया
शिकायतकर्ता चतुर्वेदी ने कहा कि आयोजन कैंसिल होने के बाद हम लोगों ने साह से एडवांस में दी गई रकम वापस मांगी। जिसका उसने कोई जवाब नहीं दिया। उसे वाट्स एप मैसेज भी किए। लेकिन कोई रिस्पांस नहीं आया। इसके बाद हम लोगों ने उसके लैटरपेड पर दिए गए टेंट हाउस के पते पर कानूनी नोटिस भेजा। लेकिन पता गलत होने के कारण वह लौट आया। बाद में हम लोगों को उसका सही पता मिल गया। जिसके बाद हम लोगों ने उसकी नामजद रिपोर्ट सुनगढ़ी पुलिस थाने में कर दी।
पंडित मिश्रा ने भी मदद नहीं की, करीब 70 लाख रु. का नुकसान हुआ आयोजक चतुर्वेदी का कहना है कि टेंट हाउस के मालिक साहू द्वारा की गई इस धोखाधड़ी से हमारी धार्मिक व सामाजिक भावनाएं आहत हुई। साथ ही हम लोगों को करीब 70 लाख रु. का नुकसान भी हुआ।
दरअसल हम लोगों ने कथा के लिए पंडित प्रदीप मिश्रा के कहने पर को संगीत मंडली, एक चैनल के कवरेज आदि के नाम पर 16.50 लाख रु. अ अलग से दिए थे। जो हमें वापस नहीं मिले। इसके अलावा जिस स्थान का पर कथा होना थी। वहां 14 एकड़ में खड़ी गन्ने की फसल भी हटवाना भा पड़ी। मैदान को समतल कराने से लेकर बिजली, पानी, पहुंच मार्ग आदि में में भी बड़ी राशि खर्च हुई। यहां तक इस आयोजन को लेकर शासन सम प्रशासन का भी काफी समय और अमला दो महीने तक परेशान रहा। आयोजन में करीब 2.50 लाख लोगों के पहुंचने की उम्मीद थी। इसलिए स्थानीय जिला प्रशासन ने बाहर के जिलों से फोर्स तक बुलवाकर होटलों में ठहरवा दिया था।
