Mp news/ पति पत्नी में अनबन के चलते अधिकांश मामले न्यायालय में तलाक के फैसले तक पहुंच जाते है, आमतौर पर न्याय के मंदिर में कम ही ऐसे सुखद संयोग बनते है जब निजी अनबन के चलते जुदा जुदा न्याय के मंदिर में पहुंचे जीवनसाथी एक साथ हाथ में हाथ लिए घर को लौटते है।ऐसा ही एक सुखद संयोग सागर जिले के रहली में नेशनल लोक अदालत के दौरान बना जब पति पत्नी न्यायाधीश की समझाइश के बाद एक साथ अपने घर को लौटे।मामले में गोविंद काछी निवासी गुंजोरा एवं श्रीमती पूनाबाई निवासी समनापुर का विवाह 05 वर्ष पूर्व हुआ था जो कि आपसी विवादों के चलते विगत 01 वर्ष से अधिक की अवधि से पृथक-पृथक निवास कर रह थे जिनका प्रकरण न्यायालय में हिन्दु मैरिज एक्ट के अंतर्गत प्रचलित था। नेशनल लोक अदालत में पीठासीन अधिकारी डॉ. श्रीमती शुभ्रा सिंह के समझाने पर दोनों पति-पत्नि साथ में रहने को सहमत हुए एवं न्यायालय से ही साथ घर को रवाना हुए।
गोविंद काछी निवासी गुंजोरा एवं श्रीमती पूनाबाई निवासी समनापुर का विवाह 05 वर्ष पूर्व हुआ था जो कि आपसी विवादों के चलते विगत 01 वर्ष से अधिक की अवधि से पृथक-पृथक निवास कर रह थे जिनका प्रकरण न्यायालय में हिन्दु मैरिज एक्ट के अंतर्गत प्रचलित था। नेशनल लोक अदालत में पीठासीन अधिकारी डॉ. श्रीमती शुभ्रा सिंह के समझाने पर दोनों पति-पत्नि साथ में रहने को सहमत हुए एवं न्यायालय से ही साथ घर को रवाना हुए। दोनों को न्याय वृक्ष भी प्रदान किए गए। दोनों को न्याय वृक्ष भी प्रदान किए गए।