रहली। रहली क्षेत्र में नशेबाजी चरम पर हे,हर तरह का नशा उपलब्ध है,जिम्मेदार सरकार और अधिकारी नशे के व्यापार से केवल अपना हित साधने में लगे है, औपचारिकता के लिए नशा मुक्ति अभियान,और गांधी जयंती पर नशे से दूर रहने शपथ दिलाते आए है,पर हुआ कुछ नहीं,शराब की दुकानें बढ़ती गई और लोगों को सलाह दी जाती रही कि नशे से दूर रहे।हालाकि भगवती मानव कल्याण संगठन का नशा मुक्ति का संकल्प सराहनीय है,जो तमाम आधिकारिक अवरोधों को रौंदकर नशे के बाजार पर लगातार कार्यवाही करते रहते है।

इसी कड़ी में रहली नगर में कांग्रेस की राजनीति के युवा नेता अंकेश हजारी ने नशा मुक्त क्षेत्र करने का संकल्प लिया और और अपने सीमित संसाधनों से भरी दोपहरी गांव गांव जाकर नशा मुक्ति के लिए लोगों को प्रेरित करने का काम कर रहे है,जो कि बहुत सराहनीय है,परिणाम भले ही जो आए लेकिन जनहित में कुछ करने का प्रयास सदा से प्रशंसनीय रहा हे, सवाल यह भी हो सकता है कि ,नशा मुक्ति के प्रयास बिलंब से क्यों तो जानकारी के अनुसार पिछले दिनों रहली में एक सड़क हादसे की घटना में नशे में एक युवक की मौत हो गई थी जिसे लेकर अंकेश हजारी को भीतर तक हिला कर रख दिया और मौके पर ही नशे के विरुद्ध संकल्प लिया,हालांकि कुछ नया और हटकर कर जन चर्चा और सुर्खियों में बने रहने में माहिर है,लेकिन इस बार मुद्दा दिल की गहराइयों से है,देखना होगा कि यह प्रयास कितने सफल होते है।
