भाजपा सरकार में कथित चौथे लोकतंत्र की किस तरह धज्जियां उड़ती हे इसका नजारा मप्र के सागर में गुरुवार को देखने मिला,जब एक खनिज अधिकारी द्वारा पत्रकार के साथ अभद्रता कर मोबइल छुड़ाने की कोशिश की गई और खबर हे कि सागर की पुलिस ने पीड़ित पत्रकार पर ही मामला दर्ज किया गया।

गुरुवार के देर रात तक जिले के पत्रकार धरना आंदोलन कर संघर्ष करते नजर आए यहां तक कि पीड़ित पत्रकार मुकुल शुक्ला ने प्रशासन को अनदेखी पर दुखी होकर मिट्टी तेल तक उड़ेल लिया पर मजाल संभागीय मुख्यालय से कोई अधिकारी नेता के कानों में जू भी रेंगी हो।

हालाकि पूर्व मंत्री गोपाल भार्गव सागर में ही थे और सूचना मिलते ही पत्रकार से मुलाकात करने पहुंचे,और वरिष्ठ अधिकारियों को मामले की जानकारी दी,पर तत्काल तो कोई नतीजा नहीं निकला।आगे क्या होगा गौर करने लायक बात होगी।

सागर में साधना न्यूज के पत्रकार भाई मुकुल शुक्ला महज अपने लिए ही नहीं पूरे पत्रकारों की इज्जत बचाने भी संघर्षरत है और जिले के अधिकांश पत्रकार लगातार उनके साथ बने हुए हे।और आम जनता भी समझ ले कि जब नेता अधिकारी कोई काम नहीं आता तब थी पत्रकार तुम्हारी आवाज बनते हे यदि आज चुप रहे तो नतीजा जो भी निकले जनता की आवाज भी मौन हो जाएगी।फिर आरोप लगाते रहना की सब मिले हुए है।
