मप्र सागर। एम पी बोर्ड में 50% से कम परीक्षा परिणाम वाले प्राचार्य की सागर कलेक्टर ने जमकर क्लास ली और ताकीद किया यदि द्वितीय परीक्षा में रिजल्ट ठीक नहीं आया तो अनुशात्मक कार्यवाही के लिए तैयार रहे।

मंगलवार को बोर्ड परीक्षा 2025 में 50 प्रतिशत से कम वाले विद्यालय की समीक्षा करते हुए कलेक्टर से संदीप जी आर ने शासकीय हाईस्कूल कुमरोल में 24 छात्रों में से केवल 01 छात्र उत्तीर्ण होने पर अत्यंत अप्रसन्नता व्यक्त की तथा जिला शिक्षा अधिकारी को निर्देशित किया कि 23 छात्रों को समक्ष में उपस्थित कराने की व्यवस्था करें। इसी प्रकार शासकीय सीनियर बेसिक शाला देवरी, शास. उमावि रसेना, शास. बालक उमावि गौरझामर, शास. हाईस्कूल बिजौरा, शास. हाईस्कूल जैतपुर कछया, शास हाईस्कूल हिरनखेड़ा राहतगढ़, शास उमावि छिरारी, शास हाईस्कूल उर्दू परकोटा, शास उमावि अनंतपुरा, शास हाईस्कूल उमरा एवं शास. उमावि काछी पिपरिया रहली के प्राचायों से वन-टू-वन परीक्षा परिणाम कम आने पर चर्चा की गई। देवरी विकासखंड के अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) को दूरभाष पर निर्देश दिए गए कि विकासखंड के सभी विद्यालयों जिनका परीक्षा परिणाम 50 प्रतिशत से कम है, उनकी नियमित रूप से समीक्षा करें। जिन विद्यालयों द्वारा भवन एवं अतिरिक्त कक्ष की कमी से संबंधित बात कही गई, उस संबंध में कलेक्टर द्वारा कहा गया है कि ग्राम में जो भी शासकीय भवन है, उनका उपयोग विद्यालय की कक्षाओं के संचालन हेतु किया जा सकता है। अंग्रेजी विषय के कम परीक्षाफल आने पर कलेक्टर द्वारा सभी प्राचार्यों को निर्देशित किया गया कि वह स्वयं मोबाइल के माध्यम से अंग्रेजी पढ़ना सीखें, क्योंकि जब तक प्राचार्य स्वयं अपडेट नहीं रहेंगे, तो कैसे विद्यार्थियों से अपेक्षा की जाये।
कलेक्टर ने सभी शिक्षकों को यह भी निर्देश दिए कि वे द्वितीय परीक्षा में परिणाम न सुधरने की स्थिति में अनुशासनात्मक कार्यवाही के लिए भी तैयार रहें।
उल्लेखनीय है कि सागर जिले में हाई स्कूल परीक्षा 2025 के अंतर्गत 50% से कम परीक्षा परिणाम वाली कुल 30 शालाएं जबकि हायर सेकेंडरी परीक्षा 2025 के अंतर्गत 50% से कम परीक्षा परिणाम वाली कुल 14 शालाएं हैं। कलेक्टर ने इन सभी शालाओं की विषयवार समीक्षा की।
कलेक्टर श्री संदीप जी आर ने कहा कि बच्चों को आगे बढ़ाना हमारा प्रथम कर्तव्य है। आप सभी शिक्षकों के ऊपर देश और समाज का दायित्व है, आप विद्यार्थियों की ऊर्जा को सही दिशा दें।
उन्होंने निर्देश दिए कि सभी शिक्षक अपने विद्यालयों से अच्छे अंक अर्जित करने वाले विद्यार्थियों को भी शाला में आमंत्रित करें और उनका बच्चों से सीधा संवाद कराएं जिससे कि उनका उत्साहवर्धन होगा और उन्हें उचित मार्गदर्शन भी मिल सकेगा।
प्राचार्यों द्वारा शाला में बच्चों के लगातार अनुपस्थित एवं अनियमित रूप से उपस्थित होने की बात कही गई, इस संबंध में निर्देशित किया गया कि सभी विद्यालय पलायन करने वाले बच्चों की सूची तैयार कर जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय को भेजें, जिससे ऐसे बच्चों की शिक्षा वहीं उपलब्ध कराने की व्यवस्था की जा सके, जहां वह पलायन कर गए है।बैठक में सागर पुलिस अधीक्षक श्री विकास शाहवाल, जिला शिक्षा अधिकारी श्री अरविंद कुमार जैन, अतिरिक्त जिला परियोजना समन्वयक श्री अभय श्रीवास्तव अतिन गुप्ता सहित विद्यालयों के प्राचार्य सम्मिलित हुए।
