आज अक्षय तृतीया पर मप्र के सागर में भी इस्कॉन मंदिर का भूमिपूजन हुआ। इस अवसर पर वर्चुअल रूप से उपस्थित प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि इस्कॉन वह संस्थान है। जिसने विश्व में भगवान राम और कृष्ण की सनातन संस्कृति की कथा को फैलाया है। उन्होंने कहा कि विदेशों में मांस, मदिरा, धूम्रपान की प्रवृत्ति से निजात पाना कभी बहुत कठिन समझा जाता था। लेकिन इस्कॉन ने विदेशों में भगवान राम और कृष्ण की संस्कृति को फैलाकर इस असंभव कार्य को संभव कर दिया है। उन्होंने कहा है कि इस्कॉन द्वारा आज सागर में इस्कॉन मंदिर के भूमिपूजन एवं शिलान्यास कार्यक्रम की आप सभी को बधाई देता हूं।

मंत्री प्रहलाद पटेल ने कहा कि अब सागरवासियों के साथ संपूर्ण बुंदेलखंड के लिए इस्कॉन मंदिर के माध्यम से भगवान कृष्ण की भक्ति करने का अवसर मिलेगा। उन्होंने कहा कि हम धर्म को बढ़ावा देने के लिए इस्कॉन मंदिर परिवार का अभिनंदन करते हैं।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मध्यप्रदेश शासन के खाद्य नागरिक एवं आपूर्ति मंत्री श्री गोविंद सिंह राजपूत ने कहा कि सागर में मंदिर बनने पर सागर के लोगों को रोजगार और पर्यटन के अवसर प्राप्त होंगे। उन्होंने कहा कि यह सागर के लिए गौरव की बात है कि हमारे जिले सागर में इस्कॉन मंदिर का निर्माण हो रहा है। उन्होंने कहा कि इस्कॉन इंटरनेशनल के पूरे विश्व में अनुयाई है। जो अब सागर आएंगे। उन्होंने कहा कि इस्कॉन मंदिर ट्रस्ट धर्म के साथ-साथ समाज सेवा का कार्य भी करता है।

भूमिपूजन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सागर संसद श्रीमती लता वानखेड़े ने कहा कि इस्कॉन मंदिर के माध्यम से अब हमें भगवत गीता संपूर्ण ज्ञान होगा और भगवत गीता के माध्यम से हमारा पूरा क्षेत्र गीता के पवित्र संदेश से अवगत होगा। उन्होंने कहा कि इस भव्य एवं दिव्य मंदिर के बन जाने से सागर सहित संपूर्ण बुंदेलखंड का विकास होगा।
