सागर। रक्तदान शिविर किसी महायज्ञ से कम नहीं है। यह जान के संकट में पड़े किसी मनुष्य के लिए जीवन दान देने का महायज्ञ है। रक्तदान हम सभी का सामाजिक दायित्व है। मैं निमित्त मात्र हूं और रक्तदान करने वाले रक्त वीरों का मैं आजीवन ऋणी हो जाता हूं। यह उद्गार पूर्व गृहमंत्री, वरिष्ठ विधायक श्री भूपेन्द्र सिंह ने उनके जन्मदिन के उपलक्ष्य में 16, से 19 मई तक दीपाली होटल परिसर में आयोजित हो रहे चार दिवसीय विशाल रक्तदान शिविर की तैयारियों के लिए आयोजित बैठक में व्यक्त किए। लगातार दसवें वर्ष हो रहे मेगा रक्तदान शिविर की तैयारियों के लिए यहां दो बैठकें आयोजित हुईं।

पूर्व गृहमंत्री, वरिष्ठ विधायक श्री भूपेन्द्र सिंह ने बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि यह रक्तदान शिविर गैर राजनैतिक पवित्र उद्देश्य से पिछले दस वर्षों से आयोजित किया जा रहा है। इस शिविर का मात्र एक ही उद्देश्य है कि अपने माध्यम से किसी का जीवन बच सके। उन्होंने बताया कि पहले शिविर में 246 यूनिट रक्त आया था जो उस वर्ष भी प्रदेश का अपनी तरह का रिकार्ड था। गत वर्ष मेरी अनुपस्थिति में यह शिविर आयोजित हुआ था जिसमें 1478 यूनिट रक्त एकत्रित हुआ जो सागर से उठने वाले एक संदेश की तरह था। संदेश साफ था कि रक्तदान के प्रति झिझक, भ्रांतियां दूर हो रही हैं और जागृति बढ़ते हुए एक अभियान का रूप ले चुकी है। उन्होंने कहा कि रक्तदान से मिला रक्त सागर व प्रदेश के शासकीय अस्पतालों को सौंपा जाता है जहां इसका आधुनिक उपकरणों से सेपरेशन होता है, रक्त से पृथक किए चार तरह के हिस्सों से चार अलग-अलग मरीजों की जान बचाई जा सकती है। विगत 9 वर्षों में 11500 यूनिट ब्लड से हजारों जिंदगियां बचाई जा सकीं।
