सागर। शनिवार प्रातः 3 बजे जिले के रहली सहित आसपास के क्षेत्र में माघ वृष्टि यानी मावठे की वारिश हुई,जिससे तापमान गिरने से मौसम ठंडा हो गया।हर साल शीतकाल में कुछ वर्षा होती है उसे मावट कहते हैं । मावठ राजस्थानी शब्द है जिसका अर्थ “माघ वृष्टि” होता है ।
मावठे की वर्षा गेहूं आदि फसलों के लिए अत्यधिक लाभकारी होती है।
मौसम विभाग के मुताबिक, ” वेस्टर्न डिस्टर्बेंस के चलते कई जिलों में बारिश और ओले गिरने की संभावना है. प्रदेश के प्रमुख जिले भोपाल, इंदौर, ग्वालियर व जबलपुर भी इससे प्रभावित रहेंगे. मावठा गिरने के बाद अत्यधिक ठंड पड़ेगी और जनवरी के पहले हफ्ते में ठंड अपने चरम पर हो सकती है। अक्सर, ठंड के मौसम में दिसंबर-जनवरी के मौसम में मावठा गिरता है, जिससे दिन का अधिकतम तापमान भी काफी हद तक गिर जाता है।
मध्य प्रदेश का मौसम अब वेदर डिस्टरबेंस के कारण बिगड़ा हुआ नजर आ रहा है, जहां प्रदेश के अलग-अलग जिलों में बादल छाए रहने से पिछले चार पांच दिन से दिसंबर के लास्ट वीक में भी पारा चढ़ने लगा था, हाल में हुई बारिश से तो वहीं कुछ फिजा में फिर ठंडक बढ़ गई है।। मौसम का लगातार बिगड़ा मिजाज मध्य प्रदेश में सर्द हवाओं की रफ्तार बढ़ाएगा।
