मप्र। सागर के गढ़ाकोटा पहुंचे मुख्यमंत्री मोहन यादव ने रहस मेले में आयोजित किसान सम्मेलन में क्षेत्र की सबसे बड़ी मांग नर्मदा सुनार लिंक परियोजना को लेकर सर्वे कराने का आश्वाशन दिया है लेकिन स्पष्ट रूप से कोई घोषणा नहीं की है।वही विधायक गोपाल भार्गव की दूसरी बड़ी मांग रहस मेला को सरकारी करने पर यह कहकर टाल दिया कि अगली बार आने के लिए भी कुछ बचने दो।हालाकि बार बार यही कहा जो भी मांग हे सब मानी जाएंगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि बुन्देलखण्ड वीरों की धरती है। वीरों के बलिदान को भुलाया नहीं जा सकता।उन्होंने किसानों के लिए बड़ी सौगात देते हुए कहा कि सरकार अब किसान भाईयों से 2600 रुपए प्रति क्विंटल के मान से गेहूं खरीदेगी।वही दमोह सागर मार्ग पर बढ़ते ट्रैफिक पर फोर लाइन बनाने की बात कही।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेई की योजना नदी जोड़ो अभियान के अंतर्गत केन बेतबा-लिंक परियोजना के माध्यम से बुंदेलखंड को लाभान्वित करने का कार्य किया जा रहा है। अब शीघ्र ही बुंदेलखंड की सुनार नदी को नर्मदा नदी से जोड़ने का कार्य किया जाएगा।

विधायक एवं पूर्व मंत्री श्री गोपाल भार्गव ने कहा यह रहस मेला 220 वर्ष पुराना मेंला है। 1990 में तत्कालीन मुख्यमंत्री श्री सुंदरलाल पटवा ने कहा था इस मेले को और आगे बढ़ाएं। हमने उन्हें मेले का पूरा इतिहास बताया, तत्कालीन मुख्यमंत्री श्री पटवा ने मेले को और समृद्ध बनाने के लिए निर्देशित किया था तभी से पिछले 35 बर्ष हो गए मेले को आयोजित किया जा रहा है।मुख्यमंत्री जी यदि मेले को सरकारी घोषित कर दे,और नर्मदा सुनार लिंक कर दें तो रहली ही नहीं चार पांच विधानसभा के लोग आभारी रहेंगे।

उल्लेखनीय हे कि नर्मदा सुनार लिंक होने से अनेक शहरों कस्बों और गांवों में पेयजल को समस्या को निजात मिलेगी ही साथ ही सिंचाई रखवा बढ़ने से किसान समृद्ध होंगे और उद्योगों को भी पानी उपलब्ध होगा।
