Sunday, December 22, 2024
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Kavita:किस्मत थोडी सी बढ़ जाती हम भी काश मिनिस्टर होते……

साभार संकल्प पाण्डेय रहली

किस्मत थोडी सी बढ़ जाती हम भी काश मिनिस्टर होते…….
सामने ही बगीचे होते, मखमल के गलीचे होते……………

उंची उंची कोठी होती,बंग्ले एयरकंडीशनर होते…………..
किस्मत थोडी सी बढ़ जाती हम भी काश मिनिस्टर होते……………
चेयरमेन चचाजी होते,अपने ससुर गर्वनर होते…………..
श्रीमति प्रिंसिपल होती, साले साब कलेक्टर होते………….
किस्मत थोडी सी बढ़ जाती हम भी काश मिनिस्टर होते…..
बीबी की दो सो साडी होती,एम्पाला दस गाडी होती………..
दो चपरासी उनके होते,दो चपरासी अपने होते…………
घर की शोभा बढाने को छहः कुत्ते दस बंदर होते……
किस्मत थोडी सी बढ़ जाती हम भी काश मिनिस्टर होते…..
औरो की नसबंदी कराते,हम क्रिकेट टीम बनाते…………
एक्टर सारी जनता होती हम उसके डायरेक्टर होते…….
किस्मत थोडी सी बढ़ जाती हम भी काश मिनिस्टर होते…..

Yogesh Soni Editor
Yogesh Soni Editorhttp://khabaronkiduniya.com
पत्रकारिता मेरे जीवन का एक मिशन है,जो बतौर ए शौक शुरू हुआ लेकिन अब मेरा धर्म और कर्म बन गया है।जनहित की हर बात जिम्मेदारों तक पहुंचाना,दुनिया भर की वह खबरों के अनछुए पहलू आप तक पहुंचाना मूल उद्देश्य है।
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