अब जब सब प्रूफ हो गया तो कार्यवाही में बिलंब क्यों हो रहा सरकार.?
रहली एचडीएफसी मामला।
बैंक कर्मियों ने स्थानीय व्यापारियों को भी लगाया चूना। विस्थापितों के मामले कार्यवाही जानबूझकर हो रहा बिलंब
रहली। एचडीएफ सी बैंक मामले में बैंक कर्मी द्वारा भरोसे में लेकर नगर के अनेक व्यापारियों के पैसे भी उनके खाते में जमा नहीं करने का मामला सामने आया हे।हालाकि यह व्यापारी सेटलमेंट होने की आस में शिकायत करने से बच रहे हे।लेकिन कुछ मामले फर्जी चेक देकर व्यापारियों से राशि लेने और फिर चेक जमा करने पर दस्तखत फर्जी और चेक किसे अन्य व्यक्ति के नाम पर होने की खबरें भी मिल रही हे। सराफा व्यापारी ख़खिल सोनी ने आरोप लगाया हे कि बैंक कर्मी नितिन द्विवेदी ने एक लाख रुपए चेक देकर नगद लिए थे।मियाद गुजरने पर जब बैंक में चेक लगाया तो चेक का खाता किसी अन्य के नाम पर था जिसमें राशि नहीं थी और दस्तखत नितिन के थे। इस मामले में बैंक मैनेजर विवेक दुबे सराफा व्यापारी को शिकायत नहीं करने और बैंक कर्मी से रुपए दिलाने की बात की है। बैंक मैनेजर विवेक दुबे को साल भर से इस हेराफेरी की जानकारी थी लेकिन कोई कार्यवाही नहीं की गई।जिससे उनके कर्तव्य पर भी सवाल खड़े होते हे।मिलीभगत में वह भी शामिल माने जाएंगे।
प्रशासनिक अधिकारी कार्यवाही में कर रहे बिलंब।
दुर्गावती टाइगर रिजर्व में विस्थापित ग्रामीणों की शिकायत पर कार्यवाही होने में बिलंब समझ से परे हे।ग्रामीण प्रतिदिन बैंक और अधिकारियों के चक्कर लगाकर परेशान हे लेकिन अब तक कोई पक्का आश्वासन नहीं मिला कि उनके रुपए वापिस मिल जाएंगे।
खबर हे कि बैंक अधिकारियों ने मामले को दबाने विभिन्न जगह मैनेज करने का काम भी किया गया।
