Mp news/ सागर के रहली स्थित शासकीय महाविघालय मे भगवान बिरसा मुण्डा की 150 वीं जयन्ती 15 नवम्बर को नही मनाये जाने का मामला तूल पकडता दिखाई दे रहा है। संस्था द्वारा शासन के आदेश के बाद भी बडी लापरवाही सामने आई है। वही इस मामले को लेकर प्राचार्यका कहना है कि शासन का पत्र समय पर नही मिला देर से मिलने के कारण दूसरे दिन 16 तारीख का जयन्ति मनाई गई है। यह बात कितनी सच है कितनी झूठ यह जांच का बिषय हो सकता है।लेकिन एक गलती फिर कर दी कि किसी जनप्रतिनिधि को बुलाना उचित नही समझा। कालेज स्टाप और कुछ छात्रों ने ही ओपचारिकता निभा दी।
उल्लेखनीय है कि भगवान बिरसा मुण्डा की 150 वीं जयन्ती 15 नवम्बर को शासकीय एवं अशासकीय कॉलेजों में बनाए जाने को लेकर उच्च शिक्षा विभाग ने पत्र जारी कर पहले ही अवगत करा दिया था। शासन के निर्देश के बाद भी रहली कॉलेज प्रबंधन ने इसका कोई पालन नहीं किया। इतना ही नहीं इस आयोजन को लेकर मुख्य समारोह शहडोल में आयोजित किया गया। जिसका सीधा प्रसारण शासकीय, अशासकीय महाविद्यालयों में दिखाए जाने की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश थे।जबकि उक्त कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बतौर मु,य अतिथि वर्चुअल शामिल हुए।वही मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव, उपमुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ल , सांसद हिमाद्रि सिंह सहित स्थानीय जनप्रतिनिधि शामिल हुए।
जानकारी के अनुसार कार्यक्रम में संस्था प्रमुख को मंत्री, सांसद, महापौर, जिला,जनपद पंचायत अध्यक्ष ,नगर पालिका,नगर पंचायत अध्यक्ष , पार्षद एवं महाविद्यालय जनभागीदारी समिति अध्यक्ष सहित अन्य जनप्रतिनिधि को आयोजन में आमंत्रित करने के भी निर्देश थे। लेकिन जब रहली कॉलेज ने आयोजन ही नहीं किया तो फिर किसी जनप्रतिनिधि को बुलाना का ओचित्य नही था। वही दूसरे दिन ओपचारिकता के लिये कार्यक्रम किया भी तो भी किसी जनप्रतिनिधि को नही बुलाया गया।
Bundelkhand: एक दिन देर से मनाई sagar के रहली कालेज ने भगवान बिरसा मुण्डा की जयंती, उपर से किसी जनप्रतिनिधि को बुलाना उचित नही समझा
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