Mp news/कहते हैं पंखों से नहीं हौसलों से उड़ान होती है …व्यक्ति एक बार ठान ले तो क्या कुछ नहीं कर सकता। ऐसा ही एक उदाहरण रहली के दिव्यांगों ने प्रस्तुत किया है
बुंदेलखंड का प्रसिद्ध मुनिया नृत्य किसी पहचान का मोहताज नहीं है देश भर में मोनिया नृत्य का परिचय रहली के दिव्यांगों ने कराया है वसुंधरा लोक कला मंच के संस्थापक उमेश वैद्य बताते हैं कि पहले मोनिया नृत्य केवल बुंदेलखंड के लोक परिचित थे, लेकिन आज देशभर में लोग बुंदेलखंड कि मोनिया नृत्य से बाकीब है।
और यह करिश्मा कर दिखाया है रहली क्षेत्र के दिव्यांगों ने जिन्होंने वसुंधरा लोक कला मंच की बैनर तले देश के बड़े-बड़े शहरों में अपने नृत्य कला से लोगों की वाहवाही लूटी है, और धार्मिक और शासकीय कार्यक्रमों में नृत्य करने लगातार आमंत्रण आ रहे हैं,