खबर बिलासपुर से मिल रही है जहाँ दो दिनमें पागल कुत्ते ने 8 बच्चों को अपना शिकार बनाया इनमें 3 बच्चे गंभीर हैं जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। नगर में हर जगह आवारा कुत्ते घूम रहे हैं। हालाँकि शिकायत के बाद नगर निगम की टीम ने घेराबंदी कर कुत्ते को पकड़ लिया। मामले को गंभीरता से लेते हुए पार्षद ने तत्काल इसकी जानकारी नगर निगम आयुक्त अमित कुमार को दी। जब आयुक्त ने तत्काल पागल कुत्ते को पकड़ने के निर्देश दिए।
ध्यान देने योग्य बातें- अगस्त से नवंबर कुत्तों के प्रजनन काल का समय होता है। इस दौरान गांव, शहर चारों ओर आवारा कुत्तों की बाढ़ सी आ जाती है। इसी दौरान कुत्ते पागल भी हो जाते हैं और लोगों को अपना शिकार बनाना शुरू कर देते हैं।
रास्ते पर चलते समय रास्ते के कुत्तों से हमेशा सतर्क रहें। रेबीज से ग्रसित जानवर के व्यवहार में एकाएक निम्नानुसार परिवर्तन दिखाई देने लगते हैं। – तेज तर्रार, स्वामीभक्त, आज्ञाकारी कुत्ता अचानक नर्वस स्नायुविक एवं संकोची हो जाता है। – शांत स्वभाव के कुत्तों पर इसका उल्टा असर पड़ता है,वे अचानक अपने तेवर बदल लेते हैं या अत्यधिक स्नेही हो उठते हैं।