एचडीएफसी बैंक की रहली शाखा में करोड़ों की धोखाधड़ी: विस्थापित ग्रामीणों के मुआवजे में हेराफेरी का आरोप
रहली।खबरों की दुनिया/।एचडीएफसी बैंक की रहली शाखा में धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। बैंक के कर्मचारियों पर दुर्गावती टाइगर रिजर्व क्षेत्र से विस्थापित हुए ग्रामीणों के सरकारी मुआवजे में हेरफेर करने का आरोप लगा है।
पीड़ित ग्रामीणों ने बताया कि उन्हें सरकार से विस्थापन का मुआवजा मिला था, लेकिन उनके खातों से कुछ राशि गायब हो गई है। कुछ मामलों में उनकी जानकारी के बिना ही बीमा पॉलिसियां और एफडी (फिक्स्ड डिपॉजिट) बनवा दी गईं। ग्रामीणों का कहना है कि उन्हें इस बारे में कोई जानकारी नहीं थी और बैंक के कर्मचारियों ने जहां हस्ताक्षर करने को कहा, उन्होंने कर दिए। जब उन्हें पैसों की जरूरत पड़ी और वे बैंक गए, तो उनके खातों में पैसे नहीं थे।
इस मामले में वन विभाग पर भी सवाल उठ रहे हैं, क्योंकि ग्रामीणों का आरोप है कि वन विभाग के कहने पर ही उन्होंने एचडीएफसी बैंक में खाते खुलवाए थे। ग्रामीणों ने एसडीएम और बैंक मैनेजर से इस धोखाधड़ी की शिकायत की है। नगर के भी कुछ लोगों के साथ धोखाधड़ी का मामले सामने आया हे लेकिन स्थानीय लोगों द्वारा कही शिकायत नहीं को गई हे।
इस मामले पर एचडीएफसी बैंक के मैनेजर कैमरे पर कुछ भी कहने से बचते दिखे। वहीं, एसडीएम कुलदीप पाराशर ने ग्रामीणों की शिकायत पर कार्रवाई शुरू कर दी है। उन्होंने बताया कि जांच के लिए बैंक अधिकारियों को बुलाया गया है और जल्द ही नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
यह घटना दिखाती है कि कैसे विस्थापित लोगों को आर्थिक धोखाधड़ी का शिकार बनाया जा रहा है। मामले की गंभीरता को देखते हुए प्रशासन और बैंक को मिलकर निष्पक्ष जांच करनी चाहिए ताकि पीड़ितों को न्याय मिल सके
