रहली। वीरांगना दुर्गावती टाइगर रिजर्व के कोर एरिया में बसे यहां 900 परिवारों की विस्थापन संबंधी फाइलें तैयार हो चुकी हैं। हालांकि अधिकांश लोग सरकार द्वारा तय 15 लाख रुपये लेकर विस्थापित होने को तैयार हैं, जबकि कुछ ग्रामीण जिनकी खेती बड़ी हे वह मुआवजा राशि बढ़ाने और जमीन की कीमत अलग से देने की मांग कर रहे हैं।
ग्रामीणों का कहना है कि विस्थापन राशि में सबको एक समान राशि प्रदान की जा रही हे चाहे उसके पास सिर्फ झोपडी हो या घर,जमीन खेती सब मिलकर एक समान 15 लाख रुपए दिए जा रहे है।15 लाख में जितनी खेती विस्थापन में जा रही हे उसके बदले में आधी खेती योग्य जमीन भी नहीं आएगी।

विदित हो कि सरकार ने प्रत्येक परिवार को 15 लाख रुपये मुआवजा देने का प्रावधान किया है। पति-पत्नी को एक परिवार माना गया है, जबकि 18 वर्ष से ऊपर के प्रत्येक वयस्क सदस्य और विकलांगों को भी पैकेज में शामिल किया गया है। देखे खबर–
