निर्वांण भूमी सम्मेद शिखर जी में अष्ठानिका महापर्व पर बुन्देलखण्डवासी जैन श्रावकों द्वारा मुनि आर्यिका संघ के सानिध्य में सिद्धों की आराधना की जा रही है ।आचार्य विद्यासागर जी महामुनिराज की प्रेरणा आचार्य श्री समय सागर जी के आशीर्वाद से निर्यापक श्रमण मुनिश्री समता सागर जी पवित्र सागर जी,पूज्य सागर जी,अतुल सागर जी ,ऐलक श्री आर्यिका गुरु मति माता जी ,आर्यिका दृणमति मति माता जी,आर्यिका गुणमति माता जी सहित 57 पिच्छी धारी साधुओं के सानिध्य में जिनेन्द्र कुमार, नितिन, निशांत जैन हटा वाला परिवार दमोह के द्वारा प्रायोजित विधान में बुंदेलखंड के दमोह सागर बंडा शाहपुर परसोरिया रहली पथरिया तेंदूखेड़ा ललितपुर के अलावा इंदौर जबलपुर करेली खरगौन बिदेश दुबई सहित अनेक स्थानों से भी परिजन संबंधी और मित्र तथा साधर्मी बंधु बडी़ संख्या में विधान में शामिल होने सम्मेद शिखरजी आकर आराधना कर रहे हैं।

3 से 11जुलाई तक महापर्व पर होने वाले विधान में मंगल कलश यात्रा के पश्चात प्रथम दिन आठ दूसरे दिन सोलह तीसरे दिन बत्तीस अर्घ भक्ति भाव से समर्पित किये गये प्रतिदिन आर्यिका मुनि संघ के प्रवचन का लाभ लेते हुए दोपहर जाप अनुष्ठान संध्या संगीत के साथ महाआरती पश्चात ब्र.भैया के मांगलिक प्रवचन हो रहे हैं।
