जनसमस्या निवारण शिविर में लगातार अनुपस्थिति शिविर प्रभारी पीएचई अधिकारी
सागर जिले के रहली ब्लाक में पीएचई विभाग के अधिकारियों को ना तो कलेक्टर के आदेश की परवाह है और ना ही मुख्यमंत्री योजनाओं की चिंता।गांव गांव में नल जल योजना की हालत किसी से छिपी नहीं है।पर अधिकारियों को फुर्सत के कारण समय मिले तो हालात का जानकारी हो।मजेदार बात है कि यह सब जिम्मेदार जानते है पर कोई एक्शन नहीं लेना मिलीभगत की और इशारा करती है।क्योंकि कोई ना कही वह भी अपनी जिम्मेदारी से भागते नजर आते है।
ग्रामीणों को छोटी मोटी समस्याओ को गांव में ही निराकृत करने के मकसद से मुख्यमंत्री जनकल्याण अभियान के तहत गाँव गाँव में जनसमस्या निवारण शिविरों का आयोजन किया जा रहा है।लेकिन जिम्मेदार अधिकारी ही मुख्यमंत्री की मंशा पर पानी फेर रहे है।जनसमस्या निवारण शिविरों को विधिवत सम्पन्न कराने कर लिए शिविर प्रभारी एवं सहप्रभारी बनाए गए है लेकिन कई शिविर प्रभारी आदेश की अव्हेलना कर शिविरों में नही पहुँच रहे है।सोमवार को ग्राम पंचायत खैरा एवं तालसेमरा में आयोजित शिविरों में शिविर प्रभारी पीएचई उपयंत्री नेहा वर्मा नही पहुँची,उनकी जगह शिविर प्रभारी के रूप में अन्य अधिकारी भी नही पहुचा।शिविर सहप्रभारी पीसीओ सीताराम सोनकर के द्वारा दोनों पंचायतों में शिविर सम्पन्न कराए गए। इससे पूर्व भी एक गुंजोरा में आयोजित शिविर में प्रभारी नेहा वर्मा नहीं पहुंची थी।इस संबंध में एसडीएम गोविंद दुबे द्वारा नोटिस देकरकार्यवाही करने की बात कही गई है।एसडीएम दुबे ने बताया कि शासन की सभी योजनाओं का पात्र व्यक्ति को लाभ पहुंचाना मुख्य उद्देश्य है इसके क्रियान्वयन अथवा आदेश पालन में कोई लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी
